लखनऊ में लॉकडाउन के बीच कालाबाजारी और मुनाफाखोरी रुकने का नाम नहीं ले रही है। एसडीएम ने चालक तो एसीपी ने दो महिला सिपाहियों को ग्राहक बनाकर भेजा। इसके बाद दोनों अधिकारी खुद मौके पर पहुंचे।
उन्हें रोजमर्रा के सामान तय मूल्य से ज्यादा कीमत पर बेचे जाने की लगातार शिकायत मिल रही थी। एसडीएम और एसीपी काकोरी को दुबग्गा चौराहा और काकोरी क्षेत्र स्थित किराना दुकानों पर तय मूल्य से ज्यादा कीमत पर सामान बेचे जाने की शिकायत मिल रही थी।
इस पर एसीपी सैयद मोहम्मद कासिम आबिदी ने महिला सिपाही अनिता व रेखा तो एसडीएम सूर्यकांत त्रिपाठी ने चालक जितेंद्र शर्मा को ग्राहक बनाकर भेजा। अनीता और रेखा ने एक-एक किलो दाल खरीदी।
दुकानदार ने 110 प्रति किलो कीमत बताई। इस पर दोनों ने कहा कि प्रशासन ने तो दाल का मूल्य 88 से 92 रुपये तय किया है। जब दोनों ने परिचय दिया तो दुकानदार ने माफी मांगी।
कैलाश की दुकान पर आलू-प्याज खरीदने पहुंचे जितेंद्र को 50 रुपये कीमत बताई गई। उन्होंने जब खुद को एसडीएम का चालक बताया तो दुकानदार के होश उड़ गए। पीछे से पहुंचे दोनों अफसरों ने सब्जी दुकानदार को फटकार लगाई। मूल्य से अधिक दामों में न बेचने की हिदायत दी।